Monday, June 14, 2021

बुद्धि का अर्थ एवं परिभाषा (Meaning and Definition of Intelligence)

 बुद्धि का अर्थ एवं परिभाषा (Meaning and Definition of Intelligence)



बुद्धि शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग फ्रांसिस गाल्टन  ने 1885 में किया था।

बुद्धि को सामान्यतः सोचने-समझने और सीखने एवं निर्णय करने की शक्ति के रूप में देखा-समझा जाता है, परन्तु वास्तव में बुद्धि इससे कुछ अधिक होती है। बुद्धि के विषय में सर्वप्रथम भारतीय दार्शनिकों ने चिन्तन किया था। प्राचीन भारतीय दार्शनिकों के अनुसार मनुष्य के अन्तःकरण (Conscience) के तीन अंग हैं- मन (Mind), बुद्धि (Intelligence) और अहंकार (Ego)। 

इनमें मन बाह्य इन्द्रियों (External Senses)  और बुद्धि के बीच संयोजक (Coordinator) का कार्य करता है। मन के संयोग से ही बाह्य इन्द्रियाँ (External Senses) क्रियाशील  होती हैं और मन के संयोग (Combination) से ही बुद्धि क्रियाशील होती है। इनके अनुसार इन्द्रियों (Senses) से प्राप्त ज्ञान (Knowledge) मन (Mind) के द्वारा बुद्धि (intelligence)  पर पहुँचता है। बुद्धि इनमें काट-छाँट (trimming) करती है और उसे अहम् (Ego) से जोड़ती है और अन्त में उसे सूक्ष्म शरीर पर पहुँचा देती है जहाँ वह संचित हो जाता है। और जब कभी प्राणी विशेष को इस ज्ञान की आवश्यकता होती है तो उसकी बुद्धि उसे सूक्ष्म शरीर से मन तक पहुँचा देती है और मन प्राणी को तदनुकूल क्रियाशील कर देता है। 

आधुनिक युग में बुद्धि के स्वरूप एवं कार्यों को समझने का प्रयास पाश्चात्य मनोवैज्ञानिकों ने शुरू किया। परन्तु  मनोविज्ञान की उत्पत्ति से लेकर आज तक बुद्धि का स्वरूप निश्चित नहीं हो पाया है। समय-समय पर जो परिभाषाएँ विद्वानों द्वारा प्रस्तुत की जाती रहीं, वह इसके एक पक्ष या विशेषता या क्षमता से सम्बन्धित थीं। अत: आज तक उपलब्ध सामग्री के आधार पर बुद्धि का स्वरूप तथा इसकी प्रकृति क्या है?  इस पर अलग -अलग विद्वानों के अलग - अलग मत है।

परिभाषायें (Definitions)

पाश्चात्य मनोवैज्ञानिक फ्रीमैन (Freeman) ने बुद्धि सम्बन्धी इन विभिन्न मतों को  चार वर्गों में विभाजित किया है-


1. सीखने की योग्यता (Ability of learning)-

भारतीय मनीषियों एवं ऋषियों ने 'ज्ञान' को जीवन का प्रमुख साधन एवं साध्य माना है। अतः जो व्यक्ति अधिक से अधिक ज्ञान ग्रहण कर लेता है; उसे समाज उच्च स्थान देता है। मनोवैज्ञानिकों ने अधिक से अधिक ज्ञान को ग्रहण करने वाली योग्यता को ही बुद्धि' माना है। (Indian sages and saints have considered knowledge the primary means and goal of life. Therefore, society places a high standard on those who acquire as much knowledge as possible. Psychologists have considered the ability to acquire as much knowledge as possible to be considered intelligence.)

डियरबोर्न (Dearborn)  के अनुसार- "बुद्धि सीखने या अनुभव से लाभ "उठाने की क्षमता है।" (Intelligence is the capacity to learn or to profit by experience.)

फ्रांसिस गाल्टन (Fransisi Galton) के अनुसार- बुद्धि पहचानने तथा सीखने की शक्ति है। (Intelligence is power of recognition and learning.)

किंघम (Bukingham) के अनुसार-- “बुद्धि सीखने की योग्यता है । (Intelligence is the ability to learn.)

बुडवर्थ (Woodworth) के अनुसार “बुद्धि ज्ञान प्राप्त करने की योग्यता है । "(Intelligence is the ability to acquire knowledge.)


2. समस्या समाधान की योग्यता (Ability to solve the problem)-

प्रत्येक व्यक्ति को विकास के साथ-साथ विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना होता है। जो व्यक्ति इन समस्याओं पर जितनी शीघ्र विजय प्राप्त कर लेता है या उनसे छुटकारा प्राप्त कर लेता है, वही सबसे अधिक बुद्धिमान माना जाता है। अतः समस्या समाधान में प्रयोग की गयी योग्यता ही 'बुद्धि' है ।

रायबर्न (Rayburn) के अनुसार- "बुद्धि वह शक्ति है, जो हमको समस्याओं का समाधान करने और अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने की क्षमता देती है।"(Intelligence is the power which unable us to solve problems and to achieve our purposes.)

गैरेट (Garret) के अनुसार-  बुद्धि ऐसी समस्याओं को हल करने की योग्यता है जिनमें ज्ञान और प्रतीकों के समझने और प्रयोग करने की आवश्यकता होती है। जैसे- शब्द, अर्थ, रेखाचित्र, समीकरण एवं सूत्र। (Intelligence is the ability to solve problems that require the understanding and application of knowledge and symbols.  For example, words, meanings, diagrams, equations and formulas.)


3. अमूर्त चिन्तन की योग्यता (Ability of think abstractly)-

प्रत्येक व्यक्ति दो प्रकार से चिन्तन प्रक्रिया (Thinking process) को अपनाता है। प्रथम मूर्त रूप से चिन्तन करके ज्ञान प्राप्त करना और द्वितीय-अमूर्त रूप से चिन्तन करके (Firstly, acquiring knowledge by thinking concretely and secondly, by thinking abstractly.)। अमूर्त रूप से तात्पर्य, जो चीजें हमारे समक्ष नहीं हैं उनका कल्पना तथा स्मृति के आधार पर ज्ञान प्राप्त करना। (Abstractly means gaining knowledge of things that are not in front of us on the basis of imagination and memory.) अत: अमूर्त चिन्तन में जो व्यक्ति अधिक सफल होता है, उसे बुद्धिमान (Intelligent) कहा जाता है।

टरमन (Terman) के अनुसार- "बुद्धि अमूर्त विचारों के बारे में सोचने की योग्यता है”। (Intelligence is the ability to think in terms of abstract ideas.)

अल्फ्रेड बिने (Alfred Binet)के अनुसार- “बुद्धि उचित प्रकार से सोचने, सही निर्णय लेने और आत्मसमालोचना करने की क्षमता है। "("Intelligence is the capacity to think well, to judge well and to be self critical.")


4. पर्यावरण से सामंजस्य की योग्यता (Ability of adjustment with Environment)-

प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में विकास करता है। विकास के समय सफलताएँ और असफलताएँ दोनों ही आती हैं। जो व्यक्ति दोनों में समाजीकरण एवं सामंजस्य करते हुए विकास करता है, या जो जितनी शीघ्र  पर्यावरण के साथ समायोजन कर लेता है। उसे बुद्धिमान व्यक्ति माना जाता है । 

(Every person grows throughout their lives. Growth brings both successes and failures. The person who develops through socialization and adjustment, or who adapts quickly to their environment, is considered intelligent.)

क्रूज (Cruz) के अनुसार-   बुद्धि नवीन और विभिन्न प्रकार की परिस्थितियों में उचित प्रकार से समायोजन करने की योग्यता है ।(Intelligence is the ability to adjust adequately to new and different situations.)

स्टर्न (Stern) के अनुसार – “बुद्धि किसी व्यक्ति की नई परिस्थितियों के साथ समायोजन करने की योग्यता है”। (Intelligence is the ability to adjust oneself to a new situation.)

पिन्टनर (Pintner) के अनुसार‘जीवन की अपेक्षाकृत नवीन परिस्थितियों से समायोजन करने की योग्यता ही व्यक्ति की बुद्धि है।(Intelligence is the ability of the individual to adopt himself adequately relatively new situations in life.)

थॉर्नडाइक (Thorndike) के अनुसार-  उत्तम अनुक्रिया करने एवं नवीन परिस्थितियों के साथ समायोजन करने की योग्यता ही बुद्धि है। (Intelligence is the ability to make  good response and is demonstrated by the capacity to deal effectively with new situations.)

कुछ मनोवैज्ञानिकों ने बुद्धि को अनेक योग्यताओं का समुच्चय माना है (Intelligence is considered a combination of many abilities.)-

वैशलर (Wechsler) के अनुसार– “बुद्धि व्यक्ति की उद्देश्यपूर्ण ढंग से कार्य करने, विवेकपूर्ण ढंग से चिन्तन करने और अपने पर्यावरण के साथ प्रभावशाली ढंग से सामंजस्य करने की सम्पूर्ण अथवा व्यापक योग्यता है” (Intelligence is the aggregate or global capacity of the individual to act purposefully, to think rationally and to deal effectively with his environment.)

स्टोडार्ड (Stoddard)  के अनुसार-  बुद्धि उन कार्यों को करने की योग्यता है जिनमें कठिनाई, जटिलता, सूक्ष्मता, मितव्यता, उद्देश्य प्राप्ति की क्षमता, सामाजिक मूल्य एवं मौलिकता की अपेक्षा है तथा विशिष्ट परिस्थितियों में ऐसे कार्य करने की क्षमता जिनमें ऊर्जा के केन्द्रीकरण एवं संवेगात्मक शक्तियों पर नियन्त्रण रखने की आवश्यकता होती है । (Intelligence is the ability to undertake activities that are characterized by difficulty, complexity, abstractness, economy, adaptiveness to a goal, social value and the emergence of originals, and to maintain such activities under conditions that demand a concentration of energy and resistance to emotional forces.)

कोलेस्निक (Kolesnik) के अनुसार-  बुद्धि कोई एक प्रकार की शक्ति, क्षमता  एवं योग्यता नहीं है जो सब परिस्थितियों में समान रूप से कार्य करती है अपितु यह विभिन्न योग्यताओं का योग है। (Intelligence is not a single power or capacity or ability which operates equally well in all situations. It is rather a composite of several different abilities.)








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