शाब्दिक व्यक्तिगत बुद्धि परीक्षण (Verbal Individual Intelligence Test)
1. बिने- साइमन बुद्धि परीक्षण (Binet -Simon Intelligence Test)
- प्रतिपादक - अल्फ्रेड बिने , 1905 ।
- संसोधन - 1908 व 1911 ।
- बिने ने इस कार्य को करने में अपने सहयोगी मनोवैज्ञानिक साइमन की सहायता ली। दोनों मनोवैज्ञानिकों ने अनेक परीक्षणों के बाद 1905 में अपनी एक परीक्षण विधि प्रकाशित की, जिसे बिने साइमन बुद्धि स्केल कहा जाता है। उन्होंने इसमें 1908 एवं 1911 में कुछ परिवर्तन करके पूर्ण बनाने का प्रयास किया ।
- 1911 में इस परीक्षण का अंग्रेजी में अनुवाद गोडार्ड ने किया ।
- यह परीक्षण 3 से 15 वर्ष के बच्चों के लिए उपयोगी है ।
- इसमें 30 प्रश्न होते हैं, वर्तमान में इसमें 59 प्रश्न हैं ।
- यदि बालक अपनी आयु के लिए निर्धारित सब प्रश्नों के उत्तर दे देता है तो उसे साधारण बुद्धि वाला माना जाता है ।
- यदि वह अपनी आयु वाले बालकों के प्रश्नों के उत्तर देता है तो उसे श्रेष्ठ बुद्धि वाला समझा जाता है।
- यदि वह अपनी आयु के निर्धारित प्रश्नों के उत्तर नहीं दे पता है तो वह मंद बुद्धि समझा जाता है ।
स्टैनफोर्ड - बिने परीक्षण (Stanford Binet Test)
- प्रतिपादक - टर्मन , 1916 ।
- 02 से 14 वर्ष के लिए उपयोगी है संशोधन के बाद इसे 2 से 22 वर्ष 11 माह का कर दिया गया ।
- इस परीक्षण में 90 प्रश्न हैं ।
- 1937 में टर्मन ने अपने साथी मेरिल के सहयोग से स्टैनफोर्ड बिने परीक्षण में संसोधन किया । इसके नए रूप को टर्मन - मेरिल नवीन संसोधित स्टैनफोर्ड परीक्षण के नाम से प्रकाशित किया गया ।
- 1960 में पुनः संसोधन किया गया । इस संशोधन में भेदबोधक (Discriminative) पदों का चयन किया गया जिससे अधिक विश्वसनीय निष्कर्ष प्राप्त हो सकें ।
स्टेनफोर्ड बिने परीक्षण माला (Stanford Binet Test Series)
1. अनुकूनकर्ता– डॉ० एस० के० कुलश्रेष्ठ । (1960)
2. मापे जाने वाला गुण - सामान्य बुद्धि - G |
3. उपयोगिता – यह परीक्षण 2 वर्ष के बच्चों से लेकर 18 वर्ष तक के युवकों की बुद्धि का मापन करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
4. परीक्षण सामग्री - इस परीक्षण की सामग्री को चार भागों में बाँटा जा सकता है—
(i) परीक्षण माला (Test Series) – इसमें विभिन्न आयु स्तर पर दिए जाने वाले उपपरीक्षणों का वर्णन है।
(ii) सहायक सामग्री – इसे दो भागों में बाँटा जा सकता है — एक मूर्त वस्तुएँ और दूसरा कार्ड गड्डियाँ।
मूर्त वस्तुयें (Abstract Objects) - खिलौने—कुत्ता, बिल्ली, प्याला आदि एवं लकड़ी के विभिन्न आकार के गुटके आदि हैं जिनका प्रयोग 2 वर्ष की आयु के बच्चों से लेकर 6 वर्ष की आयु के बच्चों की बुद्धि का मापन करने में किया जाता है।
कार्ड गड्डियाँ - ये दो प्रकार की हैं एक छोटी और एक बड़ी । छोटे काडों की गड्डी में भिन्न-भिन्न वस्तुओं (हवाई जहाज, कोट एवं छाता आदि) और विभिन्न जीवों के 36 चित्र (Picture) और कुछ चित्र के कटिंग हैं। इनका प्रयोग केवल 2 वर्ष से लेकर 5 वर्ष तक के बच्चों की बुद्धि का मापन करने के लिए किया जाता है।
बड़े कार्डों की गड्डी में कुल 37 कार्ड हैं और कुछ अलग से दिए हुए चित्र (Picture) हैं। इन काडों पर विभिन्न प्रकार के चित्र और भाषा सम्बन्धी प्रश्न (पद, Items) हैं जिनका प्रयोग 3 वर्ष की आयु के बच्चों से लेकर 18 वर्ष तक के युवकों पर किया जाता है। इसमें भिन्न-भिन्न आयु के बच्चों एवं प्रौढ़ों के लिए भिन्न-भिन्न कार्ड हैं।
(iii) अभिलेख पुस्तिका (Record Book) – इसमें प्रयोज्य द्वारा दी गई अनुक्रियाओं को अंकित किया जाता है।
(iv) मानक (Standard/Norm) - इस परीक्षण के मानक 2 वर्ष से 18 वर्ष तक के लिए दिए गए हैं।
5. प्रश्नों (पदों, Items) की संख्या- इस परीक्षण में कुछ 124 पद (Items) हैं जो 6 भागों में विभाजित हैं—
(i) प्रथम समूह (First Group)- इस समूह में 2 वर्ष से लेकर 4 वर्ष, छः माह तक के बच्चों के लिए प्रत्येक छः माह के लिए 6-6 पद (Items) हैं और कुल 36 पद हैं। प्रत्येक पद का सही उत्तर देने पर बच्चे की मानसिक आयु (M.A.) में 1 माह का लाभ (Credit) प्रदान किया जाता है। इस श्रेणी अथवा समूह के सभी पदों का सही उत्तर देने से बच्चे की मानसिक आयु में 36 माह जुड़ते हैं।
(ii) द्वितीय समूह (Second Group)– इस समूह में 5 वर्ष से लेकर 14 वर्ष तक के बालकों के लिए प्रत्येक वर्ष के लिए 6-6 पद (Items) हैं कुल 60 पद हैं। इसमें एक पद का सही उत्तर देने पर बालक की मानसिक आयु (M.A.) में 2 माह का लाभ (Credit) प्रदान किया जाता है।
(Credit) प्रदान किया जाता है।
(iii) तृतीय समूह (Third Group)– इस समूह में 15 वर्ष (Average Adult) के किशोरों के लिए कुल 8 पद हैं। इसमें एक पद का सही उत्तर देने पर किशोर की मानसिक आयु में 2 माह का लाभ दिया जाता है।
(iv) चतुर्थ समूह (Fourth Group)– इस समूह में 16 वर्ष (Superior Adult-I) के किशोरों के लिए कुल 6 पद हैं। इसमें एक पद का सही उत्तर देने पर किशोर की मानसिक आयु में 4 माह का लाभ दिया जाता है।
(v) पंचम समूह (Fifth Group)— इस समूह में 17 वर्ष (Superior Adult-II) के किशोरों के लिए कुल 6 पद हैं। इसमें प्रत्येक पद का सही उत्तर देने पर किशोर की मानसिक आयु में 5 माह का लाभ दिया जाता है ।
(vi) पष्टम समूह (Sixth Group)– इस समूह में 18 वर्ष (Superior Adult-III) के किशोरों के लिए कुल 6 पद है। इसमें प्रत्येक पद का सही उत्तर देने का किशोर की मानसिक आयु में 6 माह का लाभ दिया जाता है।
6. परीक्षण का प्रशासन (Administration of the Test) - इसका प्रशासन निम्नलिखित रूप में किया जाता है
(i) सर्वप्रथम परीक्षणकर्ता प्रयोज्य (व्यक्ति, परीक्षार्थी) के साथ सम्बन्ध स्थापित करता है, उसके साथ सामान्य बातचीत कर अपनापन जाहिर करता है। उसे सामान्य स्थिति में लाता है। यह सम्बन्ध परीक्षण के प्रारम्भ से अन्त तक बनाए रखना आवश्यक होता है।
(ii) जब प्रयोज्य सामान्य मानसिक स्थिति में आ जाता है तो मैनुअल (Manual) में दिए गए निर्देशों के अनुसार परीक्षण को प्रशासित किया जाता है। इसमें दो बातों का विशेष ध्यान रखा जाता है एक यह कि सामान्य बौद्धिक स्तर (Normal Intellectual Level) के बालक का बुद्धि परीक्षण उसकी वास्तविक आयु के एक वर्ष नीचे वाले आयुस्तर के लिए प्रयुक्त होने वाले प्रश्नों (पदों, Items) से शुरू के किया जाता है जिससे वे हतोत्साहित न हों। और दूसरी यह कि यदि कोई बालक किसी प्रश्न का गलत उत्तर दे तो यथा प्रश्न को दोहराया नहीं जाता।
(iii) सीमा आयु (जिसमें प्रयोज्य एक भी प्रश्न का उत्तर नहीं दे पाता है ) से आगे के वर्षों के प्रश्न प्रयोज्य से पूछे नहीं जाते हैं अर्थात सीमा आयु आने पर प्रश्न पूछना बंद कर देते हैं ।
7. परीक्षण का फलांकन (Test Score)- सभी उत्तरों के लिए निश्चित लाभ (Credit) देकर प्रयोज्य की मानसिक आयु ज्ञात की जाती है ।
(i) आधार आयु (Basal Age)- प्रयोज्य (परीक्षार्थी) जिस आयु के सभी प्रश्नों का तथा उससे नीचे की प्रश्नों का सही उत्तर दे देता है, वह उसकी आधार आयु मानी जाती है।
(ii) सीमा आयु (Ceiling Age) - प्रयोज्य जिस आयु के एक भी प्रश्न का उत्तर नहीं दे पाता वह उसकी सीमा आयु मानी जाती है।
(iii) मानसिक आयु (Mental Age) - आधार आयु + अर्जित आयु = मानसिक आयु ।
(iv) बुद्धि-लब्धि (I.Q.)– निर्देश पुस्तिका (Manual) में दिए गए निर्देशों के अनुसार ज्ञात की जाती है।
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